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ईशान आनंद की सियासत में एंट्री से बहुजन समाज पार्टी में हलचल


बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के परिवार में एक और सदस्य की सियासत में एंट्री की चर्चाएं तेज हो गई हैं। मायावती के दूसरे भतीजे आनंद कुमार के छोटे बेटे ईशान आनंद ने हाल ही में पार्टी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिससे उनकी राजनीति में कदम रखने की अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं।

मायावती की पार्टी में भतीजे की एंट्री की यह स्टाइल कुछ खास है, जैसा कि पहले उनके बड़े बेटे आकाश आनंद के साथ भी हुआ था। 2017 में आकाश पहली बार मायावती के साथ सहारनपुर में विधानसभा चुनाव के दौरान दिखे थे। इसके बाद वह धीरे-धीरे पार्टी में सक्रिय हो गए और 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद मायावती ने आकाश को पार्टी का नेशनल कोआर्डिनेटर बना दिया। अब, वही स्टाइल ईशान के साथ भी देखने को मिल रही है।

ईशान का पार्टी कार्यक्रम में भाग लेना

मायावती के 69वें जन्मदिन पर ईशान पहली बार पार्टी के कार्यक्रम में नजर आए। सतीश चंद्र मिश्रा और आकाश आनंद के साथ उन्होंने कार्यक्रम में शिरकत की। इसके बाद वह पार्टी की बैठक में भी शामिल हुए और वहां सभी पदाधिकारियों से परिचित हुए। उनकी यह उपस्थिति पार्टी के अंदर उनके भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े कर रही है।

ईशान के इस कदम से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मायावती ने आकाश के साथ-साथ ईशान को भी राजनीति में उतारने की योजना बनाई है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी अब युवाओं के साथ अपना आधार मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा सकती है।

क्या मायावती ने आकाश को समर्थन देने के लिए ईशान को उतारा?

अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या मायावती ने आकाश को पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन वह उतना प्रभावी नहीं हो पा रहे थे, इसलिए ईशान को आगे लाया गया। इसके अलावा, यह भी संभावना जताई जा रही है कि मायावती दलित वोटों के बढ़ते रुझान को देखते हुए, चंद्रशेखर की आज़ाद समाज पार्टी की बढ़त को रोकने के लिए इस कदम को उठा रही हैं। मायावती यह भी संदेश देना चाहती हैं कि उनकी पार्टी में अब भी नए युवा नेताओं की ऊर्जा है, जो नेतृत्व कर सकते हैं।

ईशान का शिक्षा और भविष्य

26 साल के ईशान ने यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिंस्टर, लंदन से एलएलबी की पढ़ाई की है और वर्तमान में वह अपने पिता आनंद कुमार का कारोबार संभाल रहे हैं। अब तक वह सियासत से दूर रहे थे, लेकिन यह पहला अवसर था जब उन्होंने सार्वजनिक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

आगे क्या होगा?

पार्टी सूत्रों के अनुसार, जल्द ही आकाश और ईशान दोनों को साथ में जिलों में भेजा जाएगा, जहां वे युवाओं और समाज के अन्य वर्गों से संपर्क करेंगे और पार्टी से जोड़ने के लिए कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इस कदम से यह साफ होता है कि मायावती परिवार के युवा नेतृत्व को सक्रिय करने का प्रयास कर रही हैं।

अगर आने वाले समय में आकाश और ईशान दोनों सड़कों पर दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते दिखें, तो यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। मायावती के इस कदम से उनकी पार्टी में एक नया बदलाव देखने को मिल सकता है।

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