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‘भारत में हिंसा फैलाने की किसी को इजाजत नहीं दे सकते’, खालिस्तानियों की ब्रिटेन में मौजूदगी पर बोले बोरिस जॉनसन


बोरिस जॉनसन ने कहा कि हम चरमपंथ और आतंकवाद को स्वीकार नहीं कर सकते. कोई संगठन ब्रिटेन को आधार बनाकर भारत को धमकाने या हिंसा फैलाने की बात करता है तो उसे इजाज़त नहीं दे सकते.

ब्रिटिश पीएम ने ब्रिटेन में खालिस्तानी तत्वों की मौजूदगी की बातों पर कहा कि ब्रिटेन इस बात को लेकर स्पष्ट है कि चरमपंथ और आतंकवाद को स्वीकार नहीं कर सकते. साथ ही कोई संगठन अगर ब्रिटेन को आधार बनाकर भारत को धमकाने या हिंसा फैलाने की बात करता है तो उसे इजाज़त नहीं दी जा सकती. इस कड़ी में भारत के साथ मिलकर हमने आतंकवाद निरोधक तंत्र पर काम किया है. हम इसे आगे बढ़ाएंगे.

ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने दिल्ली में कहा कि ब्रिटेन अगले सप्ताह यूक्रेन के कीव में अपना दूतावास फिर से खोलेगा. ब्रिटेन और हमारे सहयोगी इस पर निष्क्रिय रुख नहीं रखेंगे, क्योंकि पुतिन इस हमले को अंजाम दे रहे हैं. सबसे पहले हम यूक्रेन के हालात पर बात करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन जल्द ही यूक्रेन को आर्टिलरी समेत कई मदद मुहैया कराएगा ताकि वो अपनी हिफाजत कर सकें.

ब्रिटिश पीएम ने कहा कि सिर्फ यूक्रेन में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में स्थिति ब्रिटेन और भारत को एक साथ ठोस कदम उठाने के लिए बाध्य कर रही है. रूस पर भारत की स्थिति सर्वविदित है. यह बदलने वाली नहीं है. उन्होंने कहा कि यह एक यथार्थवादी संभावना है. पुतिन के पास एक विशाल सेना है. उनके पास अब एकमात्र विकल्प अपने नजरिए को जारी रखने की है. यूके के पीएम ने पश्चिमी खुफिया अधिकारियों के आकलन पर कहा कि यूक्रेन युद्ध अगले साल के अंत तक चल सकता है और इसमें रूस जीत सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैंने अपने वार्ताकारों से दिवाली तक मुक्त व्यापार समझौते को पूरा करने के लिए कहा है.

दुनिया में तीव्र भू-राजनीतिक उथल पुथल की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को एक नये एवं विस्तारित भारत-ब्रिटेन रक्षा गठजोड़ पर सहमति व्यक्त की और इस साल के अंत तक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत को अंतिम रूप देने का निर्णय किया है. दोनों नेताओं ने ‘रोडमैप 2030’ सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों की समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रों में गठजोड़ को और गहरा बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने के लिए ब्रिटेन को आमंत्रित किया.

दोनों नेताओं के बीच संबंधों के विविध आयामों पर विस्तृत चर्चा के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ आज हम एक नयी, विस्तारित रक्षा और सुरक्षा साझेदारी पर सहमत हुए हैं.’’ उन्होंने कहा कि यह हमारे संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की दशकों पुरानी प्रतिबद्धता और साथ ही नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के लक्ष्य की दिशा में भी है.

जॉनसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना ‘खास दोस्त’ बताया. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन भारत पर केंद्रित मुक्त सामान्य निर्यात लाइसेंस बनाने पर काम कर रहा है, जिससे नौकरशाही की बाधाएं कम होंगी और रक्षा खरीद में कम समय लगेगा. जॉनसन ने कहा कि दोनों पक्षों ने जमीन, समुद्र, वायु क्षेत्र और साइबर क्षेत्र सहित नये खतरों से निपटने के लिए साथ काम करने पर भी सहमति व्यक्त की. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन नये लड़ाकू विमानों की प्रौद्योगिकी और नौवहन प्रौद्योगिकी पर भारत के साथ सहयोग करेगा, साथ समुद्र में खतरों को लेकर भी प्रतिक्रिया देगा.

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