नजरूल इस्लाम ने मांगी माफी, कहा- मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के वरिष्ठ नेता नजरूल इस्लाम ने माफी मांग ली है। उन्होंने कहाकि उनकी टिप्पणी का उद्देश्य किसी को भी ठेस पहुंचाना नहीं था।
दरअसल, इस्लाम ने रविवार को साहिबगंज में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान कहा था कि प्रधानमंत्री को 400 सीटें जीतने के बजाये 400 फुट नीचे दफनाया जाएगा। उनके इस बयान से राज्य की सियासय काफी गर्मा गई थी और राज्य भाजपा ने इस्लाम को गिरफ्तार करने की मांग की थी।
इस्लाम ने मांगी माफी
इस्लाम ने बुधवार को कहा कि एक राजनीतिक भाषण के दौरान मैं प्रधानमंत्री के 400 सीटें जीतने के दावे के खिलाफ बोल रहा था। मेरे कहने का मतलब था कि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 400 सीटें नहीं मिलेंगी और वे सत्ता से बाहर हो जाएंगे। मैं एक शिक्षित व्यक्ति और प्रोफेसर हूं। मैं देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसे शब्द नहीं बोल सकता। बावजूद इसके अगर किसी को मेरी बातों से ठेस पहुंची है तो मैं दिल से माफी मांगता हूं।
भाजपा ने कहा- जेएमएम का मानसिक संतुलन बिगड़ गया
इस्लाम की इस टिप्पणी से आहत साहिबगंज जिला भाजपा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को देखकर झामुमो का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उन्होंने कहा, हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन इस प्रकरण की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करें और इस्लाम की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। हम इस मामले को लेकर चुनाव आयोग के पास भी जाएंगे। भाजपा प्रवक्ता ने कहा था कि इस्लाम ने आपत्तिजनक टिप्पणी की। लेकिन पुलिस ने अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन इंडिया ने लोकसभा चुनाव में अपनी हार मान ली है और इसीलिए वे हताशा में ऐसे बयान दे रहे हैं।
जेएमएम ने झाड़ा पल्ला
वहीं, इस्लाम की टिप्पणियों से पल्ला झाड़ते हुए पार्टी ने कहा कि हम किसी नेता की ऐसी टिप्पणियों का समर्थन नहीं करते। झामुमो ने कहा कि वह किसी भी नेता के ऐसे बयान का समर्थन नहीं करता है। पार्टी ने कहा कि अगर उन्होंने हकीकत में ऐसा बयान दिया है तो पार्टी द्वारा उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि हम भाजपा की तरह अमर्यादित टिप्पणी को प्रोत्साहित नहीं करते हैं।
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